ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्॥
यह मंत्र आपको सभी प्रकार के दुखो से निवारण देता है शिव की आराधना करने के लिए इस मंत्र का जाप किया जाता है ज्यादातर जब कोई व्यक्ति अपने शारीरिक पीड़ा से गुजर रहा हो तो इस मंत्र के वैदिक विधि द्वारा जाप करवाने से उसे दुखो से मुक्ति मिल जाती है
- भय से छुटकारा पाने के लिए 1100 मंत्र का जप किया जाता है.
-रोगों से मुक्ति के लिए 11000 मंत्रों का जप किया जाता है.
-पुत्र की प्राप्ति के लिए, उन्नति के लिए, अकाल मृत्यु से बचने के लिए सवा लाख की संख्या में मंत्र जप करना अनिवार्य है.
- यदि साधक पूर्ण श्रद्धा और विश्वास के साथ यह साधना करें, तो वांछित फल की प्राप्ति की प्रबल संभावना रहती है.